THE SINGLE BEST STRATEGY TO USE FOR SIDH KUNJIKA

The Single Best Strategy To Use For sidh kunjika

The Single Best Strategy To Use For sidh kunjika

Blog Article



देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः

[They're preliminary stotras that need to be recited in advance of reading through of Devi Mahatmyam/Chandi/Durga Sapthasathi. Here's it advised that if this kunjika stotram is recited then there isn't any really need to recite every one of these.]

धां धीं धूं धूर्जटेः पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी ।

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौ हुं क्लीं जूं स:

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

धां धीं धूं धूर्जटेः पत्नीः, वां वीं वागधीश्वरी तथा।

iti śrīrudrayāmalē gaurītantrē śiva pārvatī saṁvādē kuñjikā stōtraṁ sampūrṇam

ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा।।

दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि

समय का अभाव है तो नवरात्रि के नौ दिनों में सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ कर देवी की उपासना की जा सकती click here है. इससे पूजा और व्रत का अक्षय पुण्य प्राप्त होगा.

Report this page